कम्प्यूटर की विशेषताएँ - Characteristics of Computer in Hindi

आज के इस लेख में हम कम्प्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer in Hindi) के बारे में बात करेंगे आज कल कम्प्यूटर की डिमांड हर जगह पर है इसलिए आपको Characteristics of Computer in Hindi  के बारे में पता होना बहुत जरूरी है तो चलिए हम शुरू करते है।

What are the characteristics of computer in Hindi (कंप्यूटर की विशेषताएँ क्या हैं

कम्प्यूटर अपनी विशेषताओं के कारण मानव जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। हर व्यक्ति अपने हिसाब से कम्प्यूटर को प्रयोग में लाता है। कम्प्यूटर कुछ ही सेकंड में जोड़ना घटाना, गुणा, भाग, जैसी कई क्रियाएँ कर सकता है। कम्प्यूटर की अनेकों विशेषताओं में से कुछ निम्नलिखित है:

कम्प्यूटर की विशेषताएँ - Characteristics of Computer in Hindi
Characteristics of Computer in Hindi 

गति : जहाँ आपको एक छोटी सी गणना (Calculation) करने में समय लगता है वहीं कम्प्यूटर बड़ी से बड़ी गणना  सेकेण्ड से भी कम समय में कर लेता है, यह गति उसे प्रोसेस प्रदान करता है। कम्प्यूटर की गति हर्ज में मापी जाती है। कम्प्यूटर के कार्य करने की तीव्रता प्रति सेकण्ड प्रति मिलिसेकण्ड प्रतिमाइक्रो सेकेण्ड प्रति नैनोसेकंड्स इत्यादि में मापी जाती है।

सटीकता : त्रुटि रहित कार्य करना यानि पूरी सटीकता के साथ किसी भी काम को पूरा करना कम्प्यूटर की दूसरी विशेषता यह है की कम्प्यूटर द्वारा कभी कोई गलती नहीं की जाती है। कम्प्यूटर हमेशा सही परिणाम देता है। क्योंकि कम्प्यूटर तो हमारे द्वारा बनाए गए प्रोग्राम द्वारा निदिष्ट निर्देश का पालन करके ही किसी कार्य को अंजाम देता है। कम्प्यूटर द्वारा दिया गया परिणाम गलत दिया जा रहा है तो उसके प्रोग्राम में कोई गलती हो सकती है जो मानव द्वारा तैयार किये जाते हैं।

स्वचालित : कम्प्यूटर को एक के बाद एक निर्देश देने पर जब तक कि कार्य पूरा नही हो जाता है वह स्वचालित रूप से बिना रुके कार्य करता रहता है। उदाहरण के लिए जब कम्प्यूटर से प्रिंट को 100 पेज प्रिंट करने की कंमाड दें वह पूरी 100 पेज करने के बाद ही रूकेगा, इन सभी कार्यों को करने के लिए कम्प्यूटर को निर्देश मिलते हैं वह उन्हीं के आधार पर उनको पूरा करता है। यह निर्देश कम्प्यूटर को सॉफ्टवेयर/प्रोग्राम देता हैं।

स्थायी भंडारण क्षमता : कम्प्यूटर में प्रयुक्त मेमोरी को डाटा, सूचना और निर्देशों के स्थायी भंडारण के लिए प्रयोग किया जाता है। चूंकि कम्प्यूटर में सूचनाएँ इलेक्ट्रॉनिक तरीके से संग्रहित की जाती हैं। अतः सूचना के समाप्त होने की सम्भावना कम रहती है।

विशाल भंडारण क्षमता : कम्प्यूटर के बाह्य (external) तथा आंतरिक (internal) संग्रहण माध्यमों (हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, मैग्नेटिक टेप, सीडी) में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है। कम्प्यूटर में कम स्थान घेरते हुए सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है। अतः इसकी भंडारण क्षमता विशाल और असीमित है।

भंडारित सूचना को तीव्रगति से प्राप्त करना : कम्प्यूटर प्रयोग द्वारा कुछ ही सेकेण्ड में भंडारित सूचना में से आवश्यक सूचना को प्राप्त किया जा सकता है। रैम (RAM- Random Access Memory) के प्रयोग से वह काम और भी सरल हो गया है।

जल्द निर्णय लेने की क्षमता : कम्प्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण पूर्व में दिए गए निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता के आधार पर करता है।

विविधता : कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्य सम्पन्न किये जा सकते हैं। आधुनिक कम्प्यूटर में अलग-अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता है।

पुनरावृति : कम्प्यूटर को आदेश देकर एक ही तरह के कार्य बार-बार विश्वसनीयता और तीव्रता से कराए जा सकते हैं।

स्फूर्ति : कम्प्यूटर एक मशीन होने के कारण मानवीय दोषों से रहित है। इसे थकान महसूस नहीं होती है और हर बार यह समान क्षमता से कार्य करता है।

सुरक्षा : पासवर्ड के प्रयोग द्वारा कम्प्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है। पासवर्ड के प्रयोग से कम्प्यूटर में रखे डाटा और कार्यक्रमों को केवल पासवर्ड जानने वाला व्यक्ति ही देख सकता हैं।

एकरूपता : बार-बार तथा लगातार एक ही कार्य करने के बावजूद कम्प्यूटर के कार्य की गुणवत्त्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

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